राजस्थान के 10 जिले बने कोरोना के हॉट स्पॉट, यहां हर नया पॉजिटिव मिलते ही बढ़ जाती हैंं लोगों और प्रशासन की धड़कनें

राजस्थान में दो तिहाई से ज्यादा जिले कोरोना वायरस से प्रभावित हैं। लगभग दस जिले कोरोना के हॉट स्पॉट बने हुए हैं। इनमें से कुछ में कोरोना रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है तो कुछ में एकाएक बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित सामने आए हैं। दोनों ही स्थितियों से वायरस के सामुदायिक संक्रमण का खतरा देख लोगों व प्रशासन में चिंता बढ़ती जा रही है।



प्रदेश में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। एक के बाद एक नए जिले इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। लगभग दो तिहाई जिलों में कोरोना संक्रमित रोगी रिपोर्ट हो चुके हैं। इनमें से आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में स्थिति खराब है। सबसे पहले भीलवाड़ा में संक्रमितों की बड़ी संख्या सामने आई। उसके बाद झुंझुनूं, जयपुर, जोधपुर कोटा, टोंक, जैसलमेर, बीकानेर, बांसवाड़ा कोरोना पॉजिटिवों के हॉट स्पॉट बनते चले गए। इन इलाकों से जैसे ही किसी नए पॉजिटिव केस की जानकारी सामने आती है लोगों के साथ ही प्रशासन की भी चिंता बढ़ जाती है। इन जिलों के लगभग सभी प्रभावित क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया हुआ है। सड़क पर सिर्फ सफाई कर्मचारी, सिपाही या फिर मेडिकल स्टाफ ही नजर आ रहे हैं। कोरोना के हॉट स्पॉट बने प्रदेश के इन जिलों के हालात पर प्रस्तूुत है भास्कर रिपोर्टर्स की ग्राउंड रिपोर्ट ।


भीलवाड़ा : 20 दिन से सूनी हर गली की खामाेशी बता रही काेराेना का खाैफ
 भीलवाड़ा प्रदेश में कोरोना का पहला एपी सेंटर बना। 20 दिन से सुनी पड़ी हर छाेटी से बड़ी गली की खामाेशी बता रही है कि यहां काेराेना वायरस का कितना खाैफ है। चाराें ओर सन्नाटा। 400 कपड़ा फैक्ट्रियाें में राेज 26 लाख मीटर कपड़ा बनता था। राेज देश-विदेश से कई व्यापारी अाते थे लेकिन पिछले 20 दिन में एक मीटर भी कपड़ा नहीं बना। अब तक भीलवाड़ा में 27 पाॅजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 15 मरीज ठीक हाेकर घर जा चुके हैं। दाे की माैत हाे चुकी हैं। सात और पाॅजिटिव मरीजाें की रिपाेर्ट निगेटिव आने के बाद उनकाे स्टेप डाउन जनरल वार्ड में शिफ्ट किया जा चुका है। अब भीलवाड़ा में तीन पाॅजिटिव मरीज ही बचे हैं। जिले में अब तक करीब साढ़े तीन हजार सैंपल लिए जा चुके हैं। करीब 100 सैंपल की रिपाेर्ट अाना बाकी है।


जोधपुर : शहर का नागौरी गेट क्षेत्र बना कोरोना का एपी सेंटर
जाेधपुर | जोधपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा भीलवाड़ा के पॉजिटिव मरीजों के आंकड़ों से आगे निकल गया है। यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या 31 पर पहुंच गई है। अप्रेल के सात दिनों में नागौरी गेट क्षेत्र से आए 13 कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने क्षेत्र को कोरोना एपी सेंटर बना दिया है। एक के बाद एक लगातार एक ही परिवार और आस-पास के क्षेत्र के लोगों के सैंपल पॉजिटिव आ रहे है। यह क्षेत्र जयपुर के रामगंज क्षेत्र की तरह हो गया है। जहां से लगातार पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे है। विभाग ने यहां अपना सर्वे और सैंपलिंग का कार्य और तेज कर दिया। शहर में 21 मार्च को पहला केस आया। ये 2 अप्रेल तक 10 पर पहुंचा, तब 2 अप्रैल को देवनगर, प्रताप नगर, कुड़ी भगतासनी और नागौरी गेट थाना इलाकों में कर्फ्यू लागू। पॉजिटिव केस 21 होने के बाद सदर कोतवाली, सदर बाजार व उदय मंदिर थाना इलाकों में भी कर्फ्यू। मंगलवार को नौ और मरीज सामने आए, लेकिन चिहित्सा, प्रशासन व पुलिस के इंतजाम यथावत ही। जोधपुर में कमिश्नरेट के सात थाना इलाकों में कर्फ्यू भले ही लगा है, लेकिन शहर के तकरीबन हर इलाके में अकारण घूमने वालों पर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पा रहा है।


जैसलमेर : पोकरण क्षेत्र में कोरोना की चेन, 3 दिन में 14 मरीज
 पोकरण में दो दिन में 14 कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं। यहां इन मरीजों के संपर्क में आए 150 लोगों को आइसोलेट किया गया है। पोकरण में 20 टीमों ने 22 हजार लोगों की स्क्रीनिंग कर दी है। पोकरण में पहले मरीज के आने के बाद पहले दिन 48 सैंपल लिए गए हैं। उनमें से 6 पॉजिटिव आए और शेष 42 निगेटिव। दूसरे दिन 36 सेम्पल लिए और उसमें अब तक 12 की रिपोर्ट निगेटिव आई शेष 24 की रिपोर्ट आनी शेष है। तीसरे दिन 40 सेम्पल भिजवाए गए हैं। पोकरण में प्रशासन ने कर्फ्यू तो नहीं लगाया है, लेकिन कई इलाके सील कर दिए हैं। शहर में आवश्यक सेवाओं की दुकानें भी बंद करवा दी गई है और होम डिलेवरी की व्यवस्था की गई है। यहां अस्पताल में सुविधाएं नहीं के बराबर है। आइसोलेशन के बाद सैंपल लिया जाकर जोधपुर जांच के लिए भेजा जाता है। यहां तीसरे चरण का खतरा शुरुआत में ही मंडराने लगा है, क्योंकि पॉजिटिव आने वाले दो शिक्षक सर्वे में कार्य में लगे थे, एक बिजलीकर्मी, एक जलदायकर्मी और एक मस्जिद का इमाम है। यहां प्रशासन अपनी ओर से कोराेना संक्रमण रोकने और लोगों को जागरूकर करने में जुटा हुआ है।